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तीव्र वशीकरण। – Fast Vashikaran


वशीकरण मंत्र प्रयोग


कभी कभी हमें महसूस होता है की वशीकरण मंत्र प्रयोग करे किसी स्त्री या पुरुष को अपना बनाने के लिए/अपने काबू में करने के लिए| जिंदगी में ऐसे कई मौके आते हैं जब किसी रिश्ते के स्त्री, पुरुष या अन्य व्यक्ति को वशीभूत या अपनी ओर सम्मोहित करने की अति आवश्यकता महसूस होती है। पुरुष की चाहत होती है कि उसकी पत्नी आज्ञाकारी व धर्मपरायण बनकर उसके वश में रहे। कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका का प्रेम और सम्मोहन काफी शिद्दत के साथ पाना चाहता है। इसी तरह से प्रत्येक स्त्री या प्रेमिका क्रमशः अपने पति या प्रेमी पर संपूर्ण अधिकार बनाए रखने की चाहत रखती है। जरूरत पड़ने पर वह पुरुष वशीकरण के उपायों का प्रयोग करती है। कार्यक्षेत्र में मुख्य पदाधिकारी अपने कर्मचारियों को वश में रखने की मंशा रखता है, तो कर्मचारी भी अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर सम्मेहन बनाए रखने की कोशिश करते हैं।

वशीकरण मंत्र प्रयोग

वशीकरण के विभिन्न प्रयोग स्त्री या पुरुष द्वारा तंत्र-मंत्र की साधना के बाद आंतरिक शक्ति के जागृत होने पर किए जाते हैं। इसके लिए वशीकरण मंत्र का विधि-विधान से स्पष्ट उच्चारण के साथ शुभ मुहूर्त में किए गए जाप से आत्मविश्वास में मजबूती आती है। व्यक्ति के भीतर आंतरिक ऊर्जा संग्रहित हो जाती है। दुगर्म से दुर्गम कार्य करने के सिलसिले में हिचकिचाहट दूर हो जाती है। बाधाएं सहजता से पार की जा सकती है। वैसे वशीकरण एक तरह से अदृश्य सम्मोहन है। अलग-अलग समस्याओं के लिए वशीकरण के खास विभिन्न मंत्र हैं, जिन्हें उपयोग करने से पहले जाप कर सिद्ध किया जाता है। आईए, जानते हैं कि किस कार्य के लिए कौन सा मंत्र किसके द्वारा जाप किया जाना सही होता है।

सार्वजनिक वशीकरणः प्रत्येक व्यक्ति, चाहे कोई सगा हो या फिर कार्यक्षेत्र से संबंधित अन्य व्यक्ति, उन्हें अपने प्रभाव और आभामंडल से सम्मोहित करने का मूल मंत्र है-

ओम क्लीं नमो नारायणाय सर्वलोकान्मम वश्यं कुरु स्वाहा।

इस मंत्र को किसी पर्व-त्यौहार या ग्रहण के समय पुरश्चरण पद्धिति अर्थात नियमित माला की संख्या के अनुसार किए गए जाप व साधना से सिद्ध किया जाता है। इसकी सिद्धि के लिए होली, दीपावली, शिवरात्री, सूर्य या चंद्र ग्रहण काल, अमावस्या की रात्री के तीसरे पहर अर्थात बारह बजे से तीन बजे के बीच उपयुक्त माना गया है। किसी वस्तु पर मंत्र को जाप के क्रम में फूंक मारने से वह वस्तु अभिमंत्रित हो जाती है। उसके बाद वशीकरण के विविध प्रयोग किए जाते हैं।

इसके अतिरिक्त दुर्लभ वशीकरण प्रयोग भी किये जा सकते हैं। इससे संबंधित दो महत्वपूर्ण मंत्रों को जाप क्रमानुसार किसी सिद्ध गुरु के सान्निध्य मं दीक्षा लेकर पूरे विधि-विधान के साथ किया जाता है।

क्लीं क्रीं हुं क्रों स्फ्रां कामकालकाली स्फ्रां क्रों हुं क्लीं स्वाहा।।
ओम ह्रीं क्लीं अमुकी क्लेदय क्लेदय आकर्षय आकर्षय
मथ-मथ, पच-पच द्रावय द्रावय मम सान्निधि आनय आनय हुं हुं ऐं ऐं श्रीं श्रीं स्वाहा।।

इन दोनों मंत्रों की साधना का प्रयोग कृष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि को किया जाता है। इस दिन मंगलवार का होना भी जरूरी है। मंत्र सिद्धि के लिए आवश्यक वस्तुओं में कत्था लगे पान की जरूरत होती है। उसपर वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति का नाम लिखकर पहले मंत्र के 108 बार जाप के बाद पान पर फूंक मार दिया जाता है। उसके बाद दूसरे मंत्र का जाप पान को धीरे-धीरे चबाते हुए तब तक करना होता है, जबतक कि पान खत्म न हो जाए। पान का पत्ता खत्म होने के बाद थोड़ा पानी पीते हुए वश में करने वाले व्यक्ति को याद किया जाता है। इसी के साथ एक बार फिर पहले मंत्र के जाप के साथ मंत्र सद्धि का पूर्ण हो जाता है।

पति वशिकरणः इसके लिए विशेष मंत्र अचूक असरकारी प्रभाव देता है। पति को वशीभूत करने के लिए किसी ग्रहण काल के पूरे समय तक निम्नलिखित मंत्र का जाप करना चाहिए। उसके बाद गोरेचन को घिसते हुए इस मंत्र को सात बार जाप से सिद्ध करना चाहिए। आवश्यकतानुसार प्रातःकाल इस शक्ति प्राप्त गोरेचन का तिलक लगाकर सोए हुए पति को मुस्कान के साथ जगाना चाहिए। पति वशीकरण का वह मंत्र हैः-

जन मन मंजु मुकुर मल हरनी। कियें तिलक गुन गन बस करनी।।

एक अन्य मंत्र है– ओम नमो महायक्षिण्यै मम पतिं भे मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा। इसे पर्व काल में सिद्ध कर विभिन्न विधियों के साथ प्रयोग में लाया जाता है। इसके प्रयोग से दूसरी स्त्री के चक्कर में आए या वेश्यागामी हो चुके पति को पत्नी अपनी ओर अकर्षित करने में सफल हो सकती है। मंत्र जाप के दौरान ‘महायक्षिण्यै’ शब्द के बाद उस स्त्री का नाम लिया जाना चाहिए जिससे पति को मुक्त करवाना है।

पत्नी वशिकरण मंत्रः दांपत्य में तनाव होने या बात-बात पर पत्नी की तरफ से अपसी मतभेद के उभरने की स्थिति में स्त्री वशीकरण मंत्र के प्रयोग से ही प्रेम में प्रगाढ़ता आ सकती है। यह प्रयोग पत्नी की भावनाओं को नियंत्रित करने में सहायक है, तो उसके मन और शरीर के ऊपर अधिपत्य जताना भी सहज हो जाता है। दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के उस मंत्र को कामिनी मोहनी मंत्र कहा गया है। वह मंत्र हैः- ओम भगवते रुद्राय सर्वजगमाहनं कुरु कुरु स्वाहा।

इस मंत्र की सिद्धि का कार्य पूरे एक हप्ते में पूर्ण होता है, जिसे एक शनिवार से शुरूआत कर अगले शनिवार को समाप्त किया जाता है। इसके प्रयोग से दूसरे पुरुष की तरफ आकर्षित हो चुकी स्त्री अर्थात परपुरुषगामी पत्नी को भी सही मार्ग पर लाया जा सकता है, तो प्रेमिका को भी सम्मोहित किया जा सकता है।

स्त्री को वशीकरण में लाने के लिए एक और मंत्र हैः-

ओम क्लीं नमः कमाक्ष्यै दैव्यै अमुकी भे

मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।।

इस मंत्र के प्रयोग में लाने से पहले सवा लाख बार जाप कर विभिन्न वस्तुओं में तिलक लागाने की सामग्री, गोरेचन, कमल के पत्त, धतुरे के फूल आदि को अभिमंत्रित कर लिया जाता है। इसमें अमुक शब्द के स्थान पर वशीकरण की जाने वाली स्त्री का नाम लिया जाता है। इसके चमत्कारी प्रभाव देखने को मिले हैं। पत्नी, प्रेमिका या स्त्री को वशीकृत करने के अन्य मंत्र हैंः-

क्लीं नमो भगवती मंगलेश्वरी सर्वसुखरंजिनी सर्वधर्म मातगीं

अमुक कुमारी भे लघु लघु वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।

इस मंत्र से सहदेवी की जड़ का अभिमंत्रित किया जाता है। इससे संबंधित विधि-विधान की शुरुआत रविवार को पुष्य नक्षत्र में शनिवार के दिन से शुरू की जाती है। जिसमें सहदेवी को लाने से लेकर उसे सिद्ध करने तक की विधियां अपनाने का विधान है। मंत्र में अमुक शब्द के स्थान पर सम्मोहित करने वाली स्त्री का नाम लिया जाता है।

अन्य मंत्र हैंः- ओम क्षों ह्रीं ह्रीं आं ह्रीं स्वाहा।

तीब्र वशीकरण मंत्रः मंत्र का प्रभाव तेजी से हो इसके लिए महाकाल शाबर मंत्र का प्रयोग किया जा सकता है। सुख-संपत्ति, घर-द्वार, कार्य में सफलता और सौभाग्य प्राप्ति के लिए इस मंत्र को हल्के में नहीं लेना चाहिए, बल्कि श्रद्ध, विश्वास और अनुष्ठान के साथ सिद्ध करने के बाद ही प्रयोग करना चाहिए। वह मंत्र हैः-

सात पूनम कालका, बारह बरस क्वांर, एको देवि जानिए चैदह भुवन द्वार।

द्विपक्षे निमर्लिए, तेरह देवन देव, अष्टभुजी परमेश्वरी ग्यारह रूद्र सेव।

सोलह कला संपूर्णी तीन नयन भरपूर, दशो द्वारी तू ही मां, पांचों बाजे नूर।

नव-निधि षट्दर्शनी, पंद्रह तिथि जान, चारों युगों में काल का कर काली कल्याण।

इस मंत्र की सिद्धि माता काली के मंदिर में एकांत स्थान पर होली, दीपावली, नवरात्र या ग्रहण काल में किया जाता है।

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Tantra Mantra Specialist Astrologer - Vashikaran Totke Method of making amulet. – vashikaran totke.

15 का यंत्र बनाने की विधि। – Method to make 15’s Yantra.


15 का यंत्र बनाने की विधि। – Method to make 15’s Yantra.

Yantra kya hota h? अक्सर आप लोगों ने कई प्रकार के यंत्र देखें होंगे और आपके मन में उन यंत्रों को लेकर कई सवाल उत्पन्न होते हैं क्योंकि जितने भी यंत्र हैं, वे किसी विशेष आकार में बने होते हैं। उन पर कई तरह की आकृतियां उभरी होती हैं। tantra mantra yantra kya hai ?
यंत्र में अलग-अलग तरह की आकृतियां अलग-अलग तरह के प्रभाव डालती हैं, इनसे यंत्र में उन आकृतियों के मुताबिक शक्तियां निहित होती है आगे चलकर हम आपको इस लेख में यंत्रों में प्रयोग होने वाली आकृतियों एवं उनके महत्व के बारे में बताएंगे साथ ही यह भी समझेंगे कि कौन सी आकृति किस तत्व याद शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है | yantra ki rachana kya hoti h ? यन्त्र की रचना कैसी होती है?बिंदु किसी भी यंत्र के मध्य में बने होते हैं जो उर्जा और एकाग्रता के लिए संकेत करता है। इसे ब्रम्हांड विकिरण का केंद्र माना जाता है | जो एक त्रिकोण एक षटकोण एक चक्र जैसे विभिन्न सतहो से बंधे रचनात्मक उर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं |

यदि कोई यंत्र तिकोना अर्थात त्रिकोण के रूप में बना है तो यह महिला शक्ति और दिव्यता को प्रदर्शित करता है। यदि त्रिकोण यंत्र के नीचे की ओर प्रकट है तो वह योनि को चित्रित करता है क्योंकि योनि सभी प्रजातियों का जन्म स्रोत है।

यदि त्रिकोण ऊपर की ओर दिखाया गया है तू यह आध्यात्मिक इच्छा को संकेत करता है और साथ ही यह अग्नि तत्व में स्थानांतरित करते हैं क्योंकि अग्नि हमेशा ऊपर की ओर जलती है।

यदि कोई अंतर नीचे की ओर है तो वह जल तत्व को प्रदर्शित करता है और शिव का प्रतिनिधित्व करते ही शक्ति को भी प्रतिनिधित्व करता है।

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पीपल के पत्ते से वशीकरण, तो आइये जानते हैं पीपल के पत्ते से वशीकरण।


लोगों का किस तरह से वशीकरण किया जाता है लाल किताब में इससे जुड़े कई सारे टोटके बताए गए हैं और इन टोटकों की मदद से कोई भी इंसान किसी का भी वशीकरण कर सकता है। लाल किताब में पीपल के पत्तों से वशीकरण कैसे किया जाता है इसका भी जिक्र किया गया है और आज हम आपको पीपल के पत्तों से वशीकरण करने से जुड़े कुछ सरल टोटके बताने जा रहे हैं। जिनको करके आप किसी भी व्यक्ति को अपने काबू में कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं पीपल के पत्ते से वशीकरण करने के टोटके।

पीपल के पत्ते से वशीकरण

पीपल के पत्ते को तांत्रिक शास्त्र में बेहद ही चमत्कारी माना जाता है और यही कारण है कि इसका प्रयोग वशीकरण के लिए किया जाता है। पीपल के पत्ते की मदद से किया गया वशीकरण लंबे समय तक रहता है और इस पत्ते की मदद से मनचाही चीज भी पाई जा सकती है।

पहला टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण करने से जुड़े पहले टोटके के तहत आपको दो पीपल के पत्ते और लाल चंदन चाहिए होगा। आप लाल चंदन की मदद से पीपल के पत्ते के ऊपर उस वक्त का नाम लिख दें जिसका आप वशीकरण करना चाहते हैं। दोनों पत्तों पर नाम लिखने के बाद आप एक पत्ते को जमीन के अंदर दबा दें और दूसरे पत्ते को जल में प्रवाहित कर दें। इस टोटके को शनिवार के दिन करें। ये टोटका करने के एक दिन बाद ही आपको इसका असर देखने को मिल जाएगा और आपने जिसका नाम पीपल के पत्ते पर लिखा होगा वो व्यक्ति आपके वश में आ जाएगा।

हालांकि आप जब पीपल के पत्ते को जमीन के अंदर दबाएं और पानी में प्रवाहित करें तो पीछे मुड़कर ना देंखे और सीधे घर चले आएं। क्योंकि ये टोटका करते समय अगर पीछे मुड़कर देख लिया जाए तो इस टोटके का फल नहीं मिलता है और वशीकरण असफल रहे जाता है।

दूसरा टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण करना बेहद ही आसान है। वशीकरण करने हेतु आप शनिवार के दिन पीपल के पेड़ से एक पत्ता तोड़ लें। ये पत्ता एकदम हरा होना चाहिए। इसके बाद आप कपूर की राख से इस पत्ते के ऊपर उस व्यक्ति का नाम लिख दें। जिसका आप वशीकरण करना चाहते हैं। ये करने के बाद आप इस पत्ते को उसी पेड़ के नीचे रख दें और इसे पत्थर से दबा दें। रोज आप इस पत्थर के सामने दीपक जलाएं और चावल अर्पित करें। ये टोटका करने से वो व्यक्ति आपके काबू में आ जाएगा जिसका नाम आपने पीपल के पत्ते के ऊपर लिखा होगा।

तीसरा टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण

पीपल के पेड़ से आप सात पत्तों को तोड़ लें। फिर चंदन के पाउडर का एक घोल तैयार कर लें। इस घोल की मदद से आप पीपल के सातों पत्तों के ऊपर उस व्यक्ति का पूरा नाम लिख दें जिसको आप वश में करने की इच्छा रखते हैं। ये करने के बाद आप इन सातों पत्तों को लाल रंग के धागे से बांध दें और पीपल के पेड़ के नीचे एक गड्ढा कर इन्हें वहां पर दबा दें। ये प्रक्रिया करते समय आप अपने मन में उस व्यक्ति का नाम भी बोलते रहें। जिसे आप काबू में करना चाहते हैं। ये टोटका करने से वो व्यक्ति तुरंत आपके काबू में आ जाएगा और आपकी हर बात को मानने लग जाएगा। ये टोटका आप मंगलवार के दिन करें।

चौथा टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण

अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसे पाना चाहते हैं तो आप ये टोटका जरूर करें। इस टोटके के अनुसार आप एक कमरे में बैठ जाएं और अपने सामने एक पीपल का पत्ता रख दें और इस पत्ते पर सिंदूर की मदद से अपने प्यार का नाम लिख दें। इसके बाद आप एक दीपक जला दें और नीचे बताए गए मंत्र का जाप 108 बार करें। ऐसा करने से वो व्यक्ति भी आप से प्यार करने लग जाएगा जिसे आप प्यार करते हैं। इस टोटके को आप किसी भी महीने की कृष्णा पक्ष की पहली तिथि को ही करें।
यह भी पढ़ें : अमीर बनने के टोटके

मंत्र
“काली चिड़िया चिग चिग बोले
कली बन कर जाए
अमुक को वश में कर से करीए
ना करीए तो यति हनुमान कीआन

पांचवा टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण

अगर आपका पति आपकी बात नहीं सुनता है या किसी अन्य महिला से प्यार करता है तो आप ये टोटका करें। इस टोटके के तहत आप अमावस्या की रात को पीपल के पेड़ की पूजा करें और इस पेड़ के सामने एक दीपक जला दें। इसके बाद आप इस पेड़ का एक पत्ता घर ले आएं और इस पत्तों को मंदिर में रखकर अपने पति का नाम मन में ले। इसके बाद आप इस पत्ते को सूख लें और इसे पीसकर एक पाउडर तैयार कर लें। आप इस पाउडर को चाय में डालकर अपने पति को पीने को दे दें। ऐसा करने से आपका पति आप से प्यार करने लग जाएगा और किसी भी अन्य महिला की और नजर उठाकर भी नहीं देखगा।

छठा टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण

आप मंगलवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा रात के समय करें और पूजा करते समय “ॐ क्लीं क्लीं क्लीं क्लीं क्लीं भूर्भुव स्व तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य: धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्” मंत्र का जाप 108 बार करें। इसके बाद आप एक पीपल के पत्ते पर काजल की मदद से उस व्यक्ति का नाम लिख दें। जिसे आप वश में करना चाहते हैं। फिर आप पत्ते पर काजल का एक टीका भी लगा दें। इसके बाद पत्ते को जला दें। ये टोटका करते ही वो इंसान आपकी हर बात मानने लग जाएगा। जिसका नाम आपने पीपल के पत्ते के ऊपर लिखा होगा। हालांकि ये टोटका करते समय आप इस बात का ध्यान रखें की आपका मुख ये टोटका करते समय उत्तर दिशा में हो।

सातवां टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण

सातवें टोटके के तहत आप एक पीपल का पत्ता लेकर उस पर लाल चंदन की मदद से उस व्यक्ति नाम लिखें जिसे आप वश में करना चाहते हैं। इसके बाद आप एक लोटे में जल भर लें और इस पत्ते को उस लोटे के अंदर डाल लें। इस लोटे को एक दिन तक ऐसे ही रहने दें और दूसरे दिन इस पानी को पीपले के पेड़ पर चढ़ा दें और इस पत्ते को जल में प्रवाहित कर दें।

यह भी पढ़ें : ग्राहक बढाने के टोटके

आठवां टोटका
पीपल के पत्ते से वशीकरण

पीपल के पत्ते से वशीकरण करने के लिए आप एक आलू लें और उसे छील लें। फिर इस आलू पर काले रंग का कपड़े लपेट दें और इसे लाल मौली से बांध दें। इसके बाद आप पीपल के पेड़ के पास जाएं और वहां से एक पीपल का पत्ता ले लें और उस पर उस इंसान का नाम सिंदूर से लिख दें जिसे आप अपने काबू में करना चाहते हैं। ये करने के बाद आप आलू को पीपल के पत्ते के ऊपर रख दें और इस मंत्र का 108 बार करें जाप करें –

ॐ कुल्याय च नमः (व्यक्ति का नाम लें) शाष्प्याय च फेन्याय च नमः”। ये मंत्र पढ़ने के बाद आप आलू को पीपले के पत्ते सहित जमीन में दबा दें।

टोटके करते समय रखें इन बातों का ध्यान
पीपल के पत्तों से किए गए टोटके काफी असरदार साबित होते हैं और इनकी मदद से किसी को भी वश में किया जा सकता है। हालांकि अगर आप बुरे इच्छा से किसी को अपने वश में करने के लिए ये टोटके करते हैं तो आपको इन टोटकों का लाभ नहीं मिलता है।
पीपल के पत्ते के टोटके करते समय आप अपना मन साफ रखें और किसी के लिए भी बुरा ना सोचें। ऐसा करने से टोटके का असर नहीं होगा।
पीपल के पत्ते से जुड़े अन्य टोटके
पीपल के पत्तों की मदद से आर्थिक तंगी भी दूर की जा सकती है। आप पीपल का एक पत्ता लेकर उसे लक्ष्मी मां के सामने रख दें। फिर इस पत्ते को आप अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी औैर आपको धन लाभ होगा।
बुरे सपने आने पर आप एक पीपल का पत्ता तोड़ लें और इसे हनुमान जी के सामने रख दें। इसके बाद आप हनुमान जी पर लगे सिंदूर से इस पत्ते पर हनुमान का नाम लिख दें और इस पत्ते को अपने बिस्तर के नीचे रख दें। ऐसा करने से आपको बुरे सपने नहीं आएंगे।
ऊपर बताए गए पीपल के पत्ते से वशीकरण करने के टोटके आप जरूर करके देंखे। इन टोटकों की मदद से आप आसानी से वशीकरण कर सकते हैं।

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इंद्रजाल मंत्र - tantra-mantra-specialist-astrologer-dattatreya-siddha-indrajal-mantra-dattatreya-vash-mantra-sadhana.

Dattatreya Siddhi Mantra. – दत्तात्रेय सिद्धि मंत्र।


मंत्र
दत्तमुक्तिपरस्तोत्र दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥ दत्त विद्याढ्यलक्ष्मीश दत्त स्वात्मस्वरूपिणे। गुणनिर्गुणरूपाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥

दत्तात्रेय मंत्र साधना


क्या दत्तात्रेय मंत्र साधना और दत्तात्रेय वशीकरण मंत्र/शाबर मंत्र का प्रयोग कर किसी कार्य को सफल करना चाहते है? तो उपयोग करे दत्तात्रेय तंत्र साधना का| दत्तात्रेय शिवभक्तों यानि शैवपंथियों के लिए भगवान शिव के अवतार हैं, जबकि वैष्णव समुदाय के लोगों के लिए भगवान विष्णु के अंशावतार माने गए हैं। हालांकि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार वे ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों के स्वरूप हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार वे महान ऋषि अत्रि और अनुसूया की संतान हैं, जिनकी उपासान और उनके मंत्रो की साधना से अनेकानेक लाभ और सुख-सौभाग्य की कामना की जा सकती है।

दत्तात्रेय मंत्र साधना

मान्यता और अटूट विश्वास है कि उनकी साधना अत्यंत ही सफल और शीघ्र फलदायी है। वे संकट में पड़े अपने भक्तों की पीड़ा पहचान लेते हैं, उनकी तुरंत सुध लेते हैं और उनको सही मार्ग-दर्शन के साथ समुचित मदद करते हैं। यदि सच्चे मन से, कर्म की प्रधानता को अपनाते हुए और मधुर वाणी के साथ दत्तात्रेय की साधना की जाए तो उन्हें निश्चित तौर पर प्रसन्न किया जा सकता है। वे गुरु वंश के पहले गुरु, साधक और विशिष्ट विद्याओं के ज्ञानवान रहे हैं। यही कारण है कि वे एक महागुरु या महायोगी रूप में भी पूज्य हैं। भगवान दत्तात्रेय का जन्म मार्गशीर्ष यानि अगहन माह की चतुर्दशी है। इनके अनुयायिओं के लिए यह दिन शुभ और महत्वपूर्ण होता है वे तीन विशेष मंत्रों से उनकी आराधना करते हैं।

दत्तात्रेय मंत्र-साधनाः भगवान दत्तात्रेय की उपासन के लिए कुछ विशेष मंत्र और स्तोत्र दिए गए हैं। उनके गायत्री और तांत्रोत्क मुख्य हैं, जिनके नियमित जाप पूरे विधि-विधान से करने के तरीके बताए गए हैं। उन मंत्रों को ध्यान लगाकर प्रतिदिन स्फटिक की माला से जाप करना चाहिए, जिससे मानसिक विकास होता है, बौद्धिकता आती है, शत्रु भय दूर होता है, संघर्ष करने का बल मिलता है, समस्याएं दूर कर मनोवांछित लक्ष्य तक पहुंचने की शक्ति व क्षमता हासिल होती है। यह कहें यह अगर संकटनाशक है तो कामनापूर्तिकारक भी। मंत्र हैंः-

ऊँ दिगंबराय विद्य्हे योगीश्रारय् धीमही तन्नो दतः प्रचोदयात!!
ऊँ द्रां दत्तात्रेयाय नमः!!
इनके अलावा ध्यान लगाने के इस का जाप किया जाना चाहिए।

जटाधाराम पाण्डुरंग शूलहस्तं कृपानिधिम,

सर्व रोग हरं देव, दत्तात्रेयमहं भज!!

दत्तात्रेय उपासना-साधना विधिः दत्तत्रेय की साधना सरल जरूर है, लेकिन इसके लिए एकाग्रता और सस्वर मंत्र जाप आवश्यक है। उन्हें विनियोग विधि से आवाहन किया जाता है। इसके लिए उनकी प्रतीमा, मूर्ति या फिर यंत्र को एक लाल कपड़े स्थापित कर असान के निकट एक बर्तन में पानी का बर्तन रखा जाता है। बाएं हाथ में फूल और चावल के कुछ दाने लेकर विनियोग की प्रक्रिया इस मंत्र के साथ शुरू की जाती है। वह मंत्र हैः-

ऊँ अस्य श्री दत्तात्रेय स्तोत्र मंत्रस्य भगवान नारद ऋषिः अनुष्टुप छंदः,

श्री दत्त परमात्मा देवताः, श्री दत्त प्रीत्यर्थे जपे विनोयोगः!

इसके जाप के साथ दत्तात्रेय की स्थापित की गई प्रतिमा या मूर्ति पर फूल और चावल सिर झुकाकर अर्पित कर दिया जाता है। उसके बाद दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करते हुए जाप के लिए स्तुति की जाती है और पूजा समाप्ति के बाद प्रभावकारी निम्नलिखित स्तोत्र का पाठ किया जाता हैः-

दत्तात्रेय स्तोत्रः

दत्तात्रेय स्तोत्र
दत्तात्रेय स्तोत्र

इस स्तोत्र पाठ के बाद ऊँ द्रां का जाप 108 बार करना चाहिए।

दत्तात्रेय वशीकरण प्रयोगः भगवान दत्तात्रेय एक अवतारी हैं, इसलिए उपासना या उनके मंत्रों की साधना तंत्रिक कामन पूर्ति के लिए की जाती है। इसे मोहन प्रयोग आर्थात वशीकरण या सम्मोहन के लिए किया जा सकता है, जो काफी सरल और सहज अचूक है। इससे संबंधित उपाय इस तरह बताए गए हैंः-

तुलसी-बीजचूर्ण तू सहदेव्य रसेन सह,

रवौ यस्तिलकं कुर्यान्मोहयेत् सकलं जगत।

अर्थातः तुलसी के बीज को सहदेवी के रस के साथ पीसकर मिश्रण बनाएं। उसे तिलक कें रूप में ललाट पर लगाएं और वश में किए जाने व्यक्ति के सामने जाएं। ऐसा करने पर वह सम्मोहित हो जाता है। यह प्रयोग कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारी, जीवनसाथी या प्रिय को वश में करने के लिए किया जा सकता है।

हरितालं चाश्वगंधा पेषयेत् कदलीरसे,

गोरोचनेन संयुक्तं तिलके लोकमाहनम्।

अर्थातः हरताल के साथ असगंध को केले के रस में पीसकर उसमें गोरोचन मिलाकर बनाए गए मिश्रण का तिलक भी सम्मोहन के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। इससे समूहिक तौर पर सभी में भाषण या देते समय सम्मोहन के लिए प्रयोग किया जा सकता है। इस तिलक के प्रभाव से अपनी बात को स्पष्टता और आत्मविश्वास के साथ रखने में मदद मिलती है। इसके साथ ही सिंदूर, केशर और गारोचन के मिश्रण में आंवले के रस के साथ मिलाकर तिलक लगाने से सामने वाले को सम्मोहित किया जा सकता है।

अनामिकाया रक्तेन लिखेन्मंत्र च भूर्जके,

यस्य नाम लिखन्मध्ये मधुमध्ये च निक्षिपेत्।

तेन स्यादाकर्षणं च सिद्धयोग उदाहृतः, यस्मै कस्मै न दातव्यं नान्यथा मम भषितम्।

अर्थातः यदि अनामिका के रक्त से भोजपत्र पर मंत्र लिखा जाए ओर शहद में वश में किए जाने वाले व्यक्ति के नाम को लिखकर डूबो दिया जाए, और मंत्र का 108 बार जाप किया जाए तब वह वशीभूत हो जाता है।

दत्तात्रेय शाबर मंत्रः मनोकामना सिद्धी के लिए शबर मंत्रों के उपायोग का खास महत्व है। दत्तात्रेय शाबर मंत्र इन्हीं में से एक है, जो ब्रह्मा, विष्णु समेत दत्तात्रेय का समर्पित है। इसे प्रतिदिन 108 बार जाप करने से मनोवांछित सिद्धि मिलती है तथा आत्मविश्वास में प्रबलता आती है। कार्य करने की क्षमता बढ़ती है इसे अति गोपनीय मंत्र माना गया है, लेकिन इसका कोई भी जाप कर सकता है। वह मंत्र हैः-

ऊँ नमो परमब्रह्म परमात्मने नमः उत्पत्तिस्थिति प्रलयंकराये,

ब्रह्म हरिहराये त्रिगुणात्मने सर्व कौतुकानी दर्शया दर्शय दत्तात्रेय नमः!

मनोकामना सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा!!

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Hanuman Mantra for Marriage.

विवाह के लिए हनुमान मंत्र। – तंत्र विवाह प्रयोग टोटके। Hanuman Mantra for Marriage.


Hanuman Mantra for Marriage. – Tantra marriage experiment tricks.

विवाह के लिए हनुमान मंत्र। – तंत्र विवाह प्रयोग टोटके।
तंत्र विवाह प्रयोग टोटके
तंत्र विवाह प्रयोग टोटके
अगर आप के विवाह में देरी हो रही है और आपकी शादी में बाधाएं उत्पन्न हो रही है तो उसके लिए चट मंगनी पट शादी कराने वाले कुछ टोटके आपको अपनाना चाहिए यह टोटके कोई भी लड़का या लड़की अपने लिए उपयोग कर सकता है इन टोटको से प्रेम विवाह शादी में उत्पन्न बाधा आदि को तुरंत खत्म कर सकते है।

तंत्र विवाह प्रयोग टोटके
तंत्र विवाह प्रयोग टोटके
विवाह बाधा निवारण –

१- जैसा कि हमें पता है कि साल में 12 महीने होते हैं और हर महीने में दो पक्ष होते हैं कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष तो आप को करना यह है की शुक्ल पक्ष जब आए तब पहले सोमवार को शिव जी का व्रत रखें और नियम व तरीके से पूजा आरंभ करें आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी शिघ्र विवाह होगा ।

२- शीघ्र विवाह के लिए श्वेतार्क के वृक्ष की धूप दीप से पूजन करें एवं उसके आठ पत्ते तोड़कर सात पत्तों से थाली तैयार करके 8 पत्ते से अपना नाम लिखकर भगवान शिव को अर्पित करें आप के विवाह में आ रही सारी बाधाएं समाप्त हो जाएंगी

३-यदि आपके विवाह की बात चल रही हो और यह बात पक्की नहीं हो पा रही हो तो मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त करने के लिए जब लड़की के पिता या भाई यह दूसरे रिश्तेदार जो विवाह के लिए बात करने जा रहे हो तो उस समय लड़की को अपने बाल खुले रखने चाहिए और लाल रंग के वस्त्र पहनकर अपने हाथों से उन लोगों को मिठाई खिलानी चाहिए और बालो को खोलकर ही रखें जब तक वह लोग वापस घर लौट कर ना जाये ।

४- अगर किसी लड़के का विवाह नहीं हो पा रहा हो तो इस समस्या से निदान पाने के लिए आप हनुमान जी की शरण में जाये और मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के मस्तक से थोड़ा सिंदूर लेकर श्री राम और देवी सीता के चरणों पर अर्पित करें और अपने विवाह के लिए प्रार्थना करें आपका विवाह अतिशीघ्र होगा।

५-शीघ्र विवाह के लिए 21 मंगलवार हनुमान जी के मंदिर जाकर प्रार्थना करें एवं लड्डू का भोग लगाएं हनुमान चालीसा का पाठ करें और अपने विवाह के लिए प्रार्थना करें ।

६- विवाह बाधा दूर करने के लिए सोमवार के दिन 1 किलो चने की दाल और 200 ग्राम दूध लेकर किसी जरूरतमंद को दान करें आपका विवाह कि शीघ्र होगा।

७- अगर आपका विवाह नहीं हो रहा हो तो 21 दिन 51 हजार या सवा लाख बार इस मंत्र का जप करें इससे आपका विवाह अतिशीघ्र होगा एवं जिस कन्या के विवाह में बाधा आ रही होगी वह अतिशीघ्र दूर हो जाएगी उत्तम वर प्राप्त होगा

मंत्र-

ओम ह्रीं गौर्य नमः

८- यदि किसी कन्या के विवाह में देरी हो रही हो और उसे शीघ्र विवाह की कामना हो तो 108 बार वट वृक्ष की परिक्रमा करें एवं अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करें अति शीघ्र विवाह होगा ।

कन्या शिघ्र विवाह हेतु-

१- किसी कन्या के विवाह में देरी हो रही हो तो प्रातः काल सुबह उठकर स्नान करके मां दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति पर लाल फूल अर्पित करते हुए पूजा करें और कम से कम पांच माला जप करें अतिशीघ्र विवाह होगा एवं जीवनसाथी से मधुर संबंध स्थापित होगे ।

२- विवाह के लिए शुक्ल पक्ष के पहले बृहस्पतिवार को पांच तरह की मिठाई और छोटी इलायची का जोड़ा शुद्ध घी का दिया जला कर जल पर अर्पित करें या गंगा में बहा दे अति शीघ्र विवाह होगा एवं उत्तम विवाह होगा ।

३- जिस कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा हो एवं विवाह में अड़चनें आ रही हो तो वह शुक्रवार की रात्रि में उठकर 8 सूखे छुहारे लेकर उसको पानी में उबालकर उस पानी को अपने सिरहाने रखकर सो जाएं एवं सुबह शनिवार को स्नान कर स्वच्छ हो कर उस पानी को किसी नदी की जल धारा में प्रवाहित कर दें अतिशीघ्र विवाह होगा और यह बहुत बड़ा प्रभावशाली उपाय हैं ।

४- किसी शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार की रात्रि को पुराना खुला ताला लेकर कन्या अपने सर से 6 बार घड़ी की विपरीत दिशा में घुमाकर उस ताले को चुपचाप किसी चौराहे पर रखा आये और पीछे मुड़कर न देखें या क्रिया आपको तीन बृहस्पतिवार करनी होगी अति शीघ्र विवाह होगा

५- किसी कन्या का विवाह शीघ्र ना हो रहा हो तो पीपल की जड़ में लगातार 45 दिन जल चढ़ाएं एवं दीपक जलाकर अपने मन की प्रार्थना करें अति शीघ्र विवाह होगा पर रविवार को जल ना चढ़ाए।

६- कन्याओं को शीघ्र विवाह के लिए लक्ष्मी नारायण के मंदिर जाकर भगवान विष्णु को 5 शुद्ध देसी घी से निर्मित लड्डुओं का भोग लगाएं एवं भगवान विष्णु को कलगी चढ़ाएं आपका शीघ्र विवाह होगा एवं मनवांछित फल की प्राप्ति होगी आपको यह प्रयोग नित्य 21 बृहस्पतिवार करना होगा ।

७- जिस किसी कन्या के विवाह में बाधा आ रही हो कहीं संबंध ना हो पा रहे हो तो बांध नित्य सोमवार का व्रत 21 सोमवार तक करें अवश्य लाभ होगा।

विवाह बाधाए निवारण टोटके –

मांगलिक दोष –

यदि आपकी कुंडली में मांगलिक दोष हो जिस कारण आपका विवाह नहीं हो पा रहा हो तो आपको हर मंगलवार चंडिका स्त्रोत का पाठ करना चाहिए एवं शनिवार को स्नान कर स्वच्छ होकर सुंदरकांड का पाठ करें और भगवान से अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें अति शीघ्र लाभ होगा उत्तम विवाह होगा ।

हल्दी का प्रयोग-

यदि आप के विवाह में देरी हो रही हो तो रोजाना स्नान के समय नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें एवं भोजन करते समय केसर का सेवन करें इससे अति शीघ्र विवाह होगा।

केले का वृक्ष –

अगर विवाह में देरी हो रही हो तो गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के 108 नामों का जाप करते हुए केले की जड़ की पूजा करें एवं जल अर्पित करें शीघ्र विवाह होगा ।

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Remedies to get love back – प्यार वापस पाने के उपाय – प्यार वापस पाने के ज्योतिषीय उपाय।


100% गारंटी समाधान और संतुष्टि।

अगर हम कभी प्यार से बाहर हो जाते हैं, तो यह दर्द का रूप ले लेता है। लॉन्ग टर्म रिलेशन के बाद जब आप ब्रेकअप करते हैं तो आपको पार्टनर से उन बातों का ध्यान रखना होता है जो आप चाहते हैं। अगर आपको लगता है कि आपने कोई गलती की है, तो प्यार वापस पाने के लिए ज्योतिषीय उपायों के लिए किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें। वह सुनिश्चित करेगा कि आपके जीवन में कुछ भी गलत न हो। अगर आप टूट गए तो यह आपकी गलती नहीं है।

प्यार को शादी में बदलने के उपाय यह सिर्फ अहंकार का कुछ टकराव है जो एक टूटे हुए रिश्ते में परिणत होता है। लोग दर्द में अपने वजूद से डरते हैं। लेकिन एसके तांत्रिक जी जैसा अनुभवी ज्योतिषी कभी भी दर्द को अपने पास नहीं आने देगा। आपको ज्योतिष की शक्तियों पर से विश्वास नहीं खोना है। प्रेम को विवाह में बदलने के उपाय ज्योतिषी बता सकते हैं। वह आपको ब्रेकअप का उपाय भी बता सकता है। उसकी शक्ति सब कुछ कर देगी।

आप जब चाहें, जहां चाहें, जहां चाहें। जिस व्यक्ति को आप ज्योतिष से प्यार करते हैं, उससे शादी कैसे करें ब्रेकअप को स्वीकार करने में थोड़ा समय लग सकता है। आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आप उदास हो रहे हैं और अपने पूर्व के लिए दर्द कर रहे हैं। आप उन्हें अपने जीवन में वापस चाहते हैं। लेकिन क्या आपको वाकई उनकी ज़रूरत है?

इसके बारे में किसी ज्योतिषी से पूछें। वह आपके लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। वह आपको ज्योतिष से प्यार करने वाले व्यक्ति से शादी करने का तरीका बताएगा। ज्योतिष ग्रहों और सितारों के पैटर्न पर विचार करके भविष्य देखने का सूक्ष्म विज्ञान है। एक विशेषज्ञ ज्योतिषी आपकी सभी चिंताओं को दूर कर सकता है। उसे आपकी बुनियादी जानकारी और आपके साथी के विवरण की आवश्यकता है। अगर वे आपके लिए अच्छे हैं, तो क्या मुझे अपना प्यार वापस मिलेगा ज्योतिष का सवाल आपको कभी परेशान नहीं करेगा। वह आपके जीवन की कहानी बदल सकता है। आप कभी अकेला महसूस नहीं करेंगे। यदि आपका पूर्व वही है जो आप अपने जीवन में वापस चाहते हैं, तो प्यार वापस पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय आपकी मदद करने में प्रसन्न होंगे।

प्यार को आकर्षित करने के लिए ज्योतिष जब हम केवल नकारात्मक बातों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम कभी खुश नहीं हो सकते। यदि आपके जीवन में आपके पूर्व की भूमिका थी, तो इसके बारे में सकारात्मक विचार करना सबसे अच्छा है। जो लोग अविवाहित हैं उन्हें प्रेम आकर्षित करने के लिए ज्योतिष शास्त्र का सहारा लेना चाहिए। ज्योतिषी ही आपकी एकमात्र आशा है। एक साथी के लिए आपकी इच्छा ही आपके निर्णय को आगे बढ़ा सकती है।

आपको सभी पहाड़ों पर चढ़ना है। लेकिन अगर आपके पास एसके तांत्रिक जी जैसे ज्योतिषी का मार्गदर्शन है, तो आप निश्चित रूप से शांति से रहेंगे। वह आपकी जरूरतों का ख्याल रखेगा। ब्रेकअप करने में अगर आपने गलती की है, तो प्रेम वैदिक ज्योतिष में सफलता के उपाय हैं। रिश्तों का अच्छे से ख्याल रखें। लेकिन अगर आप इधर-उधर खिसक जाते हैं, तो आपको अपने लिए एक ज्योतिषी की जरूरत होती है। रिश्तों को सुधारने के लिए लाल किताब के उपाय बहुत से लोग संशय में हैं। वे ज्योतिष में विश्वास नहीं करते हैं। उनके लिए यह बहुत अवैज्ञानिक है।

लेकिन वे नहीं जानते कि रिश्ते सुधारने के लिए लाल किताब के उपाय भी हैं। प्रेम की राह कठिन हो सकती है। लेकिन एक बार जब आपको अपना प्यार करने वाला साथी मिल जाए, तो उसे कभी जाने न दें। और जहां तक ​​पर्चियों की बात है तो हर समय एक ज्योतिषी आपकी पीठ थपथपाता रहता है। यदि ब्रेक अप लेना बहुत कठिन है, तो आपको किसी को भूलने के लिए ज्योतिषीय उपायों के लिए विशेषज्ञ से पूछना चाहिए। आपको कभी भी ब्रेक अप के दर्द का अनुभव नहीं करना पड़ेगा। प्यार तुम्हारा होगा, हमेशा के लिए।

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